|| शनिवार संवाद || 01-06-2024

 चुनाव जब चल रहे होते है तो सामान्यतः  सरकार और विदेशी सरकार कोई निर्णय नहीं लेते, इसको नए सरकार पर छोड़ देते है | नई  सरकार अपने हिसाब से निर्णय लेते है | इस साल पूरी दुनिया  में कोई 56  देशो में चुनाव हो रहे है | 

पर दुनिया बदल रही है और भारत से अपने रिश्ते बढ़ा रहे है, वे चुनाव तक इंतजार नहीं कर  रहे | बाकि दुनिया जहा चुनाव हो रहे है उनके बारे कोई पुख्ता बात नहीं कह सकते | पर अपने देश के साथ हो रहा है की सब चुनाव के बारे में नहीं सोचते और अपने अपने निर्णय लेकर हमसे समझौते कर रहे है | 

अभी हमने ईरान के साथ चाह्बर बंदरगाह के लिए समझौता किया जो हमे अगले 10  साल तक ऑपरेट करने की परमिशन देता है | इसका सामरिक महत्त्व तो है ही पर व्यापारिक महत्त्व भी है | 

हम सन 2004  के आस पास से इस कोशिश में है की हम मध्य एशिया से क्रूड और गैस लाये | तब हमने तालिबान और पाकिस्तान से समझौता करने की कोशिश की थी | इससे हम क्रूड और गैस के क्षेत्र में आयात के नए सोर्स बना लेते | 

सबसे बड़ा फायदा पाकिस्तान को होना था उसे 20 साल में करीब करीब $600 B मिलने थे जो की ट्रांजिट फी थी, बस  उसे अपनी जमीन  पट्टे  पर देनी थी  और देनी थी सुरक्षा की गारंटी |  रकम अच्छी थी | पर पाकिस्तान पाकिस्तान है वो उतना ही कर  सकता है जितना उसके उस वक़्त के आका चाहते थे | आका भी बदलते रहते है पाकिस्तान के | 

आज हम मध्य एशिया और पूर्वी यूरोप के साथ व्यापर के लिए छोटा और  बारो  महीने वाला मार्ग चाहते है , इससे हम नए मार्किट पर काम कर सकते है | ट्रांजिट टाइम कम होना चाहिए | जिससे प्रोडक्ट  की किमत कम होती है | 

इसके लिए हम IMEC  और  ईरान होते हुए रूस के लिए मार्ग INSTC पर काम कर रहे है, जो हमे मार्किट व  तेल गैस के व्यापार के लिए सहायक होंगे | अफगानिस्तान के साथ व्यापार भी हम सीधे कर सकेंगे पाकिस्तान के बिना भी | 

मध्य  एशिया में तेल, गैस और खनिजो का विशाल भंडार है जो की UNEXPLORED  है |  ये सभी LANDLOCKED देश है | जिससे ये हमसे दूर न होते हुए भी दूर है | मौका अच्छा और बहुत बड़ा है जिसे हमे हाथो हाथ लेना है और हम इसके लिए तैयार है | 

अभी हमे सिर्फ 10 साल के लिए है पर बाद में एक्सटेंडेबल है जो की हमे कॉन्टिनुइटी की गारंटी देता है | 

ये एक शुरुआत है आगे और OPPORTUNITY आएँगी जिसका हमे बेसब्री से इंतजार है | 



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