|| शनिवार संवाद || 17-02-2024
अर्थ व्यवस्था के हाल पर प्रकाश डालने के लिए सरकार ने श्वेत पत्र लाया है| आज हम अपनी अर्थ व्यवस्था के उत्थान को देख और अनुभव कर रहे है| अगर हम १९१९ से आज तक का सफर देखते है तो पाते है की अभी उसका इम्पैक्ट या सामाजिक असर ज्यादा है |
हम भारतीय, वेल्थ को बढ़ाने में विश्वास करते है, हमारी परवरिश और सामाजिक परिवेश इसके लिए बेहद अनुकूल है | १९९१ से हम लगातार मध्यम वर्ग बड़ा रहे है और ये वर्ग लगातार पैसो का सर्कुलेशन करने में सहायक होते है |
पहले पहले हमें इसके लिए तैयार नहीं थे और न ही कोई व्यवस्था थी उसके लिए | पिछले दस साल से हम अपनी बेसिक जरूरतों को पूरा करने में ध्यान दिया जिससे इसका असर और व्यापक हो गया| उदाहरण के लिए हम PM आवास योजना को देखे तो आप अच्छी तरह से समझ सकते है इसका असर | पिछले ७० साल से हम बिजली कपड़ा और मकान पर चुनाव होते देखा और ये वादा अब जा कर पूरा हो रहा है इसके साथ बिजली और स्वच्छ पानी घर तक पहुंच रहा है |
मकान, बिजली और पानी ये जरूरत पूरी होने पर आप अपनी सोच को बड़ा कर सकते हो और अन्य बातो पर ध्यान देना आसान होता है | सामान्य तौर से देखे तो हम इसको जानते है और इसका अनुभव भी है की हमारे लिए मकान का महत्व ज्यादा है और इस पर हम लगातार काम करते है की एक अपना मकान है | आप इससे मुक्त होने पर अन्य जरूरतों की पूर्ति करते है |
आज बेसिक जरुरत पूरी है और आपकी आमदनी बढ़ रही है तो आप अन्य कामो की तरफ ध्यान देते हुए वेल्थ क्रिएट करते है | मकान बिजली और पानी को सब तक पहुंचने के लिए जो खर्च हुआ उसका फायदा हमे अब तक मिला और इसका इम्पैक्ट आज मिल रहा है और आगे भी मिलेगा |
IMPACT :- RISING ASPIRATION WITH EQUAL EXECUTION
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