|| शनिवार संवाद || 10-2-2024
इस बार अंतरीम बजट आया और उसने सबको अपनी ओर आकर्षित किया | इससे पहले भी अंतरीम बजट चुनाव से पहले आते थे और उसमे कुछ न कुछ फ्रीबी होती थी या फिर कोई छूट मिलती या उसमे बढ़त होती थी | पर इस बार इसमें बदलाव ये है की आगे की योजनाये जो आने वाली है और जो चल रही उनपर स्तिथि साफ की गयी है |
ये पहली बार हो रहा है जिसमे छूट के बजाये योजना की स्तिथि स्पष्ट की गयी अब तक हम चुनाव के समय सिर्फ लोकलुभावन घोषणा ही होते थे | राज कोषीय घाटा के बारे कोई घोषणा होगी ये किसने भी सोचा नहीं था |
इस साल राजकोषीय घा टा ५.८% रहेगा और अगले साल ५. १ % सकल घरेलु उत्पाद का | ये एक बात आपको आश्वस्त करती है की आपके टैक्स का सही उपयोग किया जायेगा | अगर सरकार अपना एकाउंट साफ रखती है यानि आमदनी और खर्चा में कोई अंतर नहीं , तो वह आपको टैक्स बर्डन के न बढ़ने की गवाही देता है |
लॉक डाउन खुलने के बाद पूरी दुनिया जब आर्थिक परेशानी से गुजर रही है हम आगे बढ़ रहे है और अब अपने अकाउंट को व्यवस्थित कर रहे है जो की आने वाले समय में आप और विकास की अपेक्षा कर सकते है |
अब हमारा पैसा कहा लग रहा है उसका हिसाब किताब खुली किताब है | सारी योजनाये वक़्त पर शुरू हो कर तयशुदा समय पर पूर्ण हो रहे है | जिससे उसका फायदा हमे मिलने लगा है | पहले हम यह देखते थे की आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपया | जब कंप्लायंस ज्यादा होने लगता है तो सरकार को अपनी योजनाए बनाना और उसके लिए सब अरेंजमेंट करना आसान होता है |
हमे भी भरोसा है की हमारा पैसा सही जगह लग रहा है और हमारा टैक्स भरने के लिए प्रोत्साहन करने वाला होता है | आप सरकार से भाग नहीं सकते और नहीं बच सकते, इससे भ्रष्टाचार करना पड़ता है जो सब करने के लिए कष्टदायक होता है |
कॉन्टिनुइटी और स्थिरता इस अंतरिम बजट की विशेषता है जो हमारी मांग और इच्छा है,उसे यह पूर्ण करता है |
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