|| शनिवार संवाद || 30-12-2023

 हम साल के अंतिम सप्ताह में भी बाजार में भारी उथलपुथल चल रही है | पर पहले इस वक़्त हम बाजार की गिरावट और स्थिरता की बात करते थे | इस साल हम  बढ़त की बात करते है | बाजार लगातार बढ़  रहा है और इसके ऊपर साल अंत और आने वाले चुनाव का कोई असर नहीं पड  रहा है | 

इसके लिए कई कारक है, लगातार सुधर कार्यक्रम जो पिछले दस साल से चल रहे , अब ये एक सतत प्रक्रिया बन गयी है | इसका व्यापक हमे अर्थव्ययवस्था पर दिख रहा है | 

पिछले साल हम रूपये को अंतर्राष्ट्रीय व्यापर की मुद्रा बनाने की कोशिश कर रहे थे पर उसमे हमे सफलता नहीं मिली | पर अब न सिर्फ हम UAE  से क्रूड खरीद के लिए रुपये का इस्तेमाल   करेंगे वरन अन्य ट्रांसक्शन्स में भी  | तथा UPI से सीधे पेमेंट भी कर सकते है, मुक्त व्यापर समझौता का असर इस पर भी पड़ेगा तथा ये एक तरह से अन्य देशो को भी प्रेरित करेगा हमसे रूपये में आपसी व्यापार  करे जिससे उन्हें डॉलर की जरुरत नहीं रहेगी जिससे उन्हें इम्पोर्ट सस्ता पड़ेगा| 

69 देश हमसे रूपये में व्यापार करने के लिए राजी हो गए है  ये हमारे लिए अच्छी शुरुआत है, इसका असर हमे विदेशी मुद्रा भंडार के प्रबंधन में होगा | अभी हमे बहुत ज्यादा विदेशी मुद्रा की आवश्यकता पड़ती है | और उसका लेन देन महंगा पड़ता है | अब हम सब इससे छूट जायेंगे तथा ये गोल्ड आधारित आपसी विनिमय की वजह से आसान रहेगा | 

ये एक तरह का बार्टर सिस्टम होगा जो बहुत आसान होगा, हम पुरानी व्यापार व्यवस्था की तरफ बढ़  रहे है | जो की सब को फायदा का सौदा होगा | सिंगल करेंसी का सिस्टम बहुत महंगा पड़ता है | इससे हम बड़े देशो पर निर्भर हो जाते है जिसका वो फायदा उठा कर हमे अपनी मर्जी से व्यापार  में हमारा घाटा  करने में आगे रहते है | 

रूपये का अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा में इस्तेमाल हमारी बढ़ती हुई ताकत का परिचारक है,सामरिक और आर्थिक | हम अपने आपको हर तरह से सुरक्षित करते हुए फैसला ले रहे है और उसका सम्मान सब कर रहे है | 

केन्या को हमने  क्रेडिट लाइन रूपये में दिया है जो उन्हें अपनी जरूरतों को पूरा करने में मदत होगी | ये एक नई शुरआत है और हम तेजी से इस पर आगे चल रहे है | 

आने वाले समय मल्टीपोलर वर्ल्ड आर्डर होगा और  हमारा उसमे भागीदारी होगी और सशक्त भूमिका जो सबको साथ ले कर चलने में होगी | 



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